जंगल मे तितली 992 जंगल में तितली का आना- कभी देखा है ? पतझड़ से, न उबरे वृक्ष पर- कोयल का आना – सुरों में- उसका कूकना- कभी सुना है ? पर , होता है- ऐसा। भी होता है। कठिन डगर पर , अविराम सफ़र पर । विभा पाठक