इंतजार

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मैं बहुत उत्सुक थी आज के लिए। सुबह से ही आशीर्वाद और शुभकामनाओं का तांता लग गया।शादी की पहली सालगिरह पर मैंने भी कोई कसर न छोड़ी। खाना, डेकोरेशन, पार्टी थीम सब उनकी पसंद के थे। बस इंतजार था शाम को उनके घर आने का..।

आखिर दिन ढल गया। शाम की बयार ने मेरे हृदय की धड़कन बढ़ा दी। मैं सज-धज कर तैयार हो गई उनके स्वागत को। घर मेहमानों से भरा था। सब पार्टी एंजॉय कर रहे थे।पर मुझे उनकी कमी खल रही थी।शाम से रात हो गई। जिसके लिए पूरा आयोजन था उसकी कोई खबर न मिली। मेरी बेचैनी बढ़ती गई।

अचानक डोर बेल बजी। मैं खुशी से उछल पड़ी मानो इंतजार खत्म हुआ। लगभग दौड़कर मैंने दरवाजा खोला पर…। एक पार्सल था और एक ग्रीटिंग कार्ड भी, जिसमें लिखा था-” हैप्पी मैरिज एनीवर्सरी डियर। आई मिस यू। ऑफिस वर्क से बाहर जा रहा हूँ। शायद दो-तीन दिन लग जाएं।घर पर सब मैनेज कर लेना। टाइम मिलते ही शानदार पार्टी ऑर्गेनाइज करते हैं।डोन्ट बी सैड…।अच्छा सुनो, अपना गिफ्ट खोलकर देखो और तुरंत रिप्लाई करो , आई एम वेटिंग फॉर यू…।”

  • मोहिनी तिवारी

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