हर एक शय.. 1053 हर एक शय ने .. माँगी है मुहब्बत , पर ये सबको. . कहाँ मिलती है .. ये इनायत तो.. ख़ुदाई से अता होती है. .! हज़ार हाथ उठते हैं.. दुआ को लेकिन … , यहाँ कितने हैं… जिनकी क़ुबूल होती है ….! ………….सीमा…